Jungle Story : नौकरी किसको मिली? गोलू हाथी नगर का एक बड़ा व्यापारी था। उसके पास बाजार के बाहर दो कारखाने और बाजार में तीन दुकानें थीं। वह मसालों और आलू का थोक व्यापार करता था। अपने बड़े व्यापार में मदद के लिए, गोलू को एक अच्छे सहयोगी की आवश्यकता थी। By Lotpot 20 Aug 2024 in Jungle Stories Moral Stories New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 Jungle Story - गोलू हाथी नगर का एक बड़ा व्यापारी था। उसके पास बाजार के बाहर दो कारखाने और बाजार में तीन दुकानें थीं। वह मसालों और आलू का थोक व्यापार करता था। अपने बड़े व्यापार में मदद के लिए, गोलू को एक अच्छे सहयोगी की आवश्यकता थी। इसके लिए उसने अखबार में विज्ञापन देने की बजाय अपने मुनीम, संकू हिरन, से कहा कि अगर उसकी निगाह में कोई कर्मठ सहायक हो तो उसे लेकर आए। संकू के पड़ोस में पीलू बंदर और रोमी लोमड़ रहते थे, जो युवा थे और नौकरी की तलाश में थे। संकू ने दोनों को बताया कि वे रविवार के दिन गोलू के ऑफिस में इंटरव्यू के लिए आ जाएं। तय दिन पर, पीलू और रोमी इंटरव्यू के लिए पहुंचे। गोलू ने पहले पीलू को बुलाकर उससे पूछा, "यदि मैं तुम्हें अपना सहायक बना लूं तो क्या तुम पूरे विश्वास के साथ कह सकते हो कि अपने काम में कभी कोई भूल नहीं करोगे?" पीलू ने घमंड के साथ कहा, "श्रीमान, मैंने पांच साल तक एक गांव के जमींदार निरंजन ऊंट के यहाँ सहायक के रूप में काम किया है। इस दौरान मैंने कभी कोई गलती नहीं की। मेरे साथी भी मेरे काम से जमींदार की तरह ही खुश थे। मैं पढ़ा-लिखा बी.ए. पास हूँ और मैंने कुछ दूसरे संस्थानों में भी काम किया है। यहाँ मेरे प्रमाण पत्र हैं। कृपया इन्हें देखें।" इतना कहकर पीलू ने गोलू के सामने अपने कुछ प्रमाण पत्र रख दिए। गोलू ने प्रमाण पत्र देखने के बाद उन्हें वापस लौटा दिया और रोमी को बुलाया। उसने रोमी से भी वही सवाल पूछा, "यदि तुम्हें सहायक के पद पर रख लिया जाए तो क्या तुम पूरे विश्वास के साथ कह सकते हो कि अपने काम में कभी कोई भूल नहीं करोगे?" रोमी ने विनम्रतापूर्वक कहा, "श्रीमान, मैं आपको यह तो विश्वास दिला सकता हूँ कि मैं पूरी ईमानदारी और लगन से काम करूंगा, लेकिन यह नहीं कह सकता कि अपने काम में कभी कोई भूल नहीं करूंगा। यह संभव है कि इतने बड़े काम में कभी कोई छोटी-मोटी भूल हो जाए। मैं यह वचन दे सकता हूँ कि यदि मुझसे कोई भूल हो गई, तो मैं भविष्य में उसे सुधारने की पूरी कोशिश करूंगा।" गोलू ने यह सुनकर प्रसन्न होकर संकू से कहा कि रोमी को सहायक के पद पर नौकरी दे दी जाए। संकू को गोलू का निर्णय कुछ अजीब लगा। उसने पूछा, "महोदय, आपने पीलू जैसे अनुभवी और प्रमाण पत्र लाने वाले बी.ए. पास को नौकरी पर रखने के बजाय, कम पढ़े-लिखे रोमी को क्यों चुना?" गोलू ने कहा, "रोमी कम पढ़ा-लिखा हो सकता है, लेकिन वह व्यवहार कुशल है। वह काम की बारीकियों को जानता है और अपनी गलतियों को सुधारने के लिए पहले से ही सतर्क रहता है। ऐसे कर्मचारी जो अपनी भूलों को सुधारने के प्रति सजग होते हैं, वे काम को अच्छे ढंग से कर लेते हैं। जबकि पीलू जैसे लोग, जो खुद को जरूरत से ज्यादा होशियार समझते हैं, अपनी भूलों को छिपाने और दूसरों पर डालने की कोशिश करते हैं। यही कारण है कि मैंने रोमी को अपना सहायक नियुक्त किया है।" संकू को अपने मालिक गोलू की बात समझ में आ गई। उसने देखा कि कुछ ही महीनों में रोमी को और भी तरक्की मिल गई थी। यह भी पढ़ें:- Jungle Story : वन का सनकी राजा और चीटियों की चतुराई Jungle Story : गोलू की चतुराई जंगल की अनसुनी कहानी : गीदड़ की होशियारी जंगल की अनसुनी कहानी : चतुर खरगोश #JungleStory #BestHindiJunglekahani #Best Jungle Story #best hindi jungle story #best jungle story in hindi #bachon ki jungle kahani #bachon ki hindi jungle kahani You May Also like Read the Next Article